⚠️🌊 उत्तरकाशी त्रासदी: धाराली में कुदरत का कहर
🧊 क्लाउडबर्स्ट नहीं, ग्लेशियर फटा! 4 मौतें, दर्जनों लापता, गांव हुआ मलबे में तब्दील
धाराली (उत्तरकाशी), 6 अगस्त 2025 – उत्तराखंड के खूबसूरत लेकिन संवेदनशील पर्वतीय गाँव धाराली में मंगलवार को अचानक आई विनाशकारी बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया। इस आपदा ने वैज्ञानिकों और मौसम विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है, क्योंकि जहां एक ओर इसे क्लाउडबर्स्ट कहा जा रहा था, वहीं अब नए संकेत ग्लेशियर झील फटने की ओर इशारा कर रहे हैं।
🔹 मंगलवार को दोपहर अचानक आया मलबे और पानी का सैलाब
🔹 खीर्गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा, धाराली गांव बहा ले गया
🔹 अब तक 4 मौतों की पुष्टि, 🚨 50 से अधिक लोग लापता
🔹 130 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू, बचाव कार्य युद्ध स्तर पर
🔹 दर्जनों होटल, दुकानें, मकान ध्वस्त, जान-माल का भारी नुकसान
🔹 सेना, NDRF, SDRF तैनात, राहत कार्य में ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद
🔹 मौसम विभाग का रेड अलर्ट: 10 अगस्त तक भारी बारिश का खतरा
🔹 वैज्ञानिक बोले: “यह जलवायु परिवर्तन का स्पष्ट संकेत है”
🌧️ क्या क्लाउडबर्स्ट हुआ था?
हालांकि शुरुआती रिपोर्टों में इसे क्लाउडबर्स्ट बताया गया था, लेकिन IMD (भारत मौसम विभाग) के अनुसार उस समय अत्यधिक वर्षा दर्ज नहीं हुई थी। अब आशंका जताई जा रही है कि यह आपदा एक ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) का परिणाम हो सकती है — यानी ऊंचे हिमालय में जमी बर्फ से बनी झील फट गई और पानी मलबे के साथ नीचे की ओर बह गया।
🚁 रेस्क्यू ऑपरेशन: हर पल कीमती
👉 सेना और राहत दलों ने अब तक 130 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला है।
👉 सैटेलाइट फोन, ड्रोन, GPS और स्निफर डॉग्स की मदद से बचाव कार्य किया जा रहा है।
👉 सड़कों के टूटने और लगातार बारिश के कारण प्रवेश मार्ग बंद, राहत सामग्री पहुंचाने में परेशानी।
📢 प्रशासन की अपील
उत्तराखंड सरकार ने लोगों से गंगोत्री क्षेत्र की यात्रा फिलहाल टालने और सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने की अपील की है। संकटग्रस्त लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर और राहत केंद्र शुरू किए गए हैं।
“धाराली की यह त्रासदी सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है। हिमालयी क्षेत्रों में विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाना अब अनिवार्य हो चुका है।”
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