दयानंद आर्य कन्या विद्यालय एवं कनिष्ठ विद्यालय के सचिव राजेश लालवाणी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को किया खारिज
नागपुर | मई 2025
जरीपटका, नागपुर स्थित दयानंद आर्य कन्या विद्यालय एवं कनिष्ठ विद्यालय की ओर से आर्य विद्या समिति के सचिव श्री राजेश लालवाणी और संस्था के सदस्य श्री अक्षय लालवाणी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें पत्रकारों को हालिया घटनाक्रम की जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि आर्य विद्या सभा वर्ष 1961 से आर्य समाज के सिद्धांतों पर कार्य कर रही है और उसका उद्देश्य हमेशा शिक्षा के माध्यम से समाज सेवा रहा है। वर्तमान में संस्था के विभिन्न विद्यालयों में लगभग 4500 बालिकाएं अध्ययनरत हैं, जो विभिन्न समुदायों – हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध आदि धर्मों से आती हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि संस्था की शाखा की पूर्व प्राचार्या द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं। संस्था ने निष्पक्ष जांच के बाद १७ एप्रिल 2025 से पूर्व प्राचार्या को सेवा से निष्कासित कर दिया है और उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।
संस्था के अनुसार, जिस छात्रा के संदर्भ में पूर्व प्राचार्या ने आरोप लगाए हैं, वह सरासर गलत है . छात्राअपने मूल दस्तावेज ( ओरिजनल डॉक्युमेंट्स) नहीं लाई थी, इस कारण उसका प्रवेश नहीं हो सका। सचिव श्री लालवाणी ने बताया कि 8 मई से पूर्व भी कई अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के प्रवेश लिए गए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि संस्था में धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया गया।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले वर्ष ‘बेस्ट स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार भी एक अल्पसंख्यक छात्रा को दिया गया था, जो संस्था के समावेशी और निष्पक्ष दृष्टिकोण को दर्शाता है।
वर्ष 2024–25 में विद्यालय में कुल अल्पसंख्यक 210 बालिकाएं अध्ययनरत हैं। इनमें पाँचवीं कक्षा में 9 छात्राएं, छठी में 16, सातवीं में 7, आठवीं में 18, नौवीं में 26, दसवीं में 18, ग्यारहवीं कक्षा में सर्वाधिक 69 और बारहवीं में 47 बालिकाएं शामिल हैं।
संस्था ने दोहराया कि वह सभी छात्रों को समान अवसर देने और उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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