अनिल अंबानी के खिलाफ ₹3,000 करोड़ के लोन फ्रॉड मामले में ED की पहली गिरफ्तारी
📍 नई दिल्ली | 2 अगस्त 2025
₹3,000 करोड़ के लोन फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक बड़ा मोड़ आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उद्योगपति अनिल अंबानी से जुड़ी व्यावसायिक संस्थाओं के खिलाफ चल रही जांच में पहली गिरफ्तारी की है।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किया गया व्यक्ति इस घोटाले में शामिल एक प्रमुख सहयोगी है, जो कथित फंड डायवर्जन से सीधे जुड़ा हुआ है।
यह मामला उन लोन में अनियमितताओं से जुड़ा है, जो रिलायंस ग्रुप की विभिन्न कंपनियों द्वारा कथित रूप से गलत जानकारियां देकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से लिए गए थे। बाद में इन पैसों को शेल कंपनियों और ऑफशोर खातों के जरिए डायवर्ट किया गया।
ED ने हाल ही में अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य और लेनदेन से जुड़े रिकॉर्ड जब्त किए गए।
ED के अनुसार, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और भी गिरफ्तारियां संभव हैं। एजेंसी ने मनी ट्रेल की गहराई से जांच शुरू कर दी है ताकि पूरे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया जा सके।
फिलहाल, अनिल अंबानी या उनकी कानूनी टीम की ओर से इस गिरफ्तारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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