🟨 नागपुर बनेगा ‘नया इंडिया’ का मॉडल!
IIM नागपुर के निदेशक डॉ. भिमराय मेत्री ने CII के मंच से पेश किया विदर्भ के विकास का विज़न
📍 नागपुर | 3 अगस्त 2025
“अब उद्योगों की धुरी मुंबई या पुणे नहीं, बल्कि नागपुर और विदर्भ बनेंगे!” — यह घोषणा किसी राजनेता की नहीं, बल्कि भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) नागपुर के डायनामिक डायरेक्टर डॉ. भिमराय मेत्री की है, जो आज CII द्वारा आयोजित “India@100: Charting Vidarbha’s Journey to a Developed India” कार्यक्रम में बोल रहे थे।
🟢 नागपुर: अब सिर्फ भौगोलिक केंद्र नहीं, विकास का नेतृत्वकर्ता!
डॉ. मेत्री ने मंच से जोर देकर कहा, “पिछले सात-आठ वर्षों में महाराष्ट्र का औद्योगिक गुरुत्व केंद्र पश्चिम महाराष्ट्र से खिसक कर विदर्भ की ओर आ गया है। नागपुर अब टेक्नोलॉजी, मेडिकल, लॉ, सॉफ्टवेयर और स्टार्टअप्स का नया हब बन चुका है।”
🌊 नदी नहीं, विकास की लहर बहेगी!
उन्होंने बताया कि विश्व बैंक ने ₹1,500 करोड़ की राशि नाग-विदर्भ जलप्रणालियों के कायाकल्प के लिए मंजूर की है, जिससे ना सिर्फ सफाई होगी, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और जल प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। “नागपुर भारत के पहले नेट-ज़ीरो शहरों में शामिल होगा — और इसकी शुरुआत हो चुकी है,” उन्होंने कहा।
🛰️ सैटेलाइट से खेती, महिलाओं की नेतृत्वकारी भूमिका
डॉ. मेत्री ने बताया कि आज विदर्भ के सभी 11 जिलों में ग्रामीण विकास, स्टार्टअप्स, और उन्नत कृषि पर ज़ोर है। “हम उपग्रह तकनीक से खेतों तक पहुंच चुके हैं। महिलाएं अब सिर्फ खेतों में काम नहीं कर रहीं, वे कृषि क्षेत्र की इनोवेटर्स बन रही हैं,” उन्होंने गर्व से कहा।
🤖 AI से होगा बराबरी का युग
“अब कोई बड़ा शहर ही व्यापार का केंद्र होगा — ऐसा नहीं रहेगा। AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के ज़रिए हर व्यक्ति को समान अवसर मिलेगा। प्रतिभा अब लोकेशन की मोहताज नहीं रहेगी,” डॉ. मेत्री ने कहा।
🌍 IIM नागपुर: स्थानीय युवाओं के लिए राष्ट्रीय मंच
उन्होंने IIM नागपुर की भूमिका को ‘केवल शिक्षा संस्थान नहीं, बल्कि परिवर्तन का केंद्र’ बताया। “यह संस्थान स्थानीय युवाओं के लिए है। जापानी, फ्रेंच और अन्य विदेशी भाषाओं के कोर्स के ज़रिए हम वैश्विक अवसरों के द्वार खोल रहे हैं। जापान भारतीय प्रतिभा को लेकर अत्यधिक उत्सुक है, और हम उसे तैयार कर रहे हैं।”
🚄 MIHAN: विदर्भ का ‘हाई-स्पीड इंजन’
“MIHAN परियोजना तेलंगाना की तर्ज पर विदर्भ के लिए ग्रोथ बूस्टर बनेगी। ये सिर्फ लॉजिस्टिक हब नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र को ग्लोबल इकोनॉमिक ज़ोन में बदलने वाला केंद्र है,” उन्होंने जोड़ा।
🔺 अंत में डॉ. भिमराय मेत्री का संदेश था:
“नीति, प्रौद्योगिकी और जनभागीदारी के संतुलन से नागपुर और विदर्भ न केवल बाकी भारत की बराबरी करेंगे, बल्कि भारत@100 के सपने का नेतृत्व करेंगे।”
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