नागपुर पुलिस भवन में लिफ्ट के स्मार्ट संचालन की जरूरत/ कर्मचारियों और आगंतुकों को हो रही असुविधा
नागपुर। नागपुर पुलिस आयुक्तालय और ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित पुलिस भवन में लिफ्ट संचालन को लेकर कर्मचारी और आगंतुक रोजाना असुविधा का सामना कर रहे हैं। भवन की दोनों विंग्स—शहर पुलिस और ग्रामीण पुलिस—में तीन-तीन लिफ्टें लगी हैं। इनमें से एक लिफ्ट अधिकारियों के लिए आरक्षित है, जबकि दो लिफ्टें कर्मचारियों और आम जनता के उपयोग में हैं।
वर्तमान व्यवस्था के तहत ये दोनों लिफ्टें प्रत्येक मंजिल पर रुकती हैं। यदि कोई व्यक्ति सीधे छठी मंजिल या ऊपरी मंजिलों तक जाना चाहे, तो उसे हर मंजिल पर रुकने से अनावश्यक देरी होती है। कई कर्मचारी केवल एक मंजिल के लिए भी लिफ्ट का उपयोग कर लेते हैं, जिससे लिफ्ट में भीड़ और अवरोध और बढ़ जाता है। यह समस्या नीचे आने पर भी बनी रहती है, जिससे आगंतुकों और शिकायतकर्ताओं को समय पर अधिकारियों से मिलने में कठिनाई होती है।
इवन-ऑड सिस्टम की मांग
कर्मचारियों और आगंतुकों का कहना है कि लिफ्ट संचालन में इवन-ऑड सिस्टम लागू किया जाना चाहिए। इस प्रणाली के तहत एक लिफ्ट केवल विषम मंजिलों (1, 3, 5) पर, जबकि दूसरी लिफ्ट केवल सम मंजिलों (2, 4, 6) पर रुकेगी। इससे यात्रियों को तेजी से मंजिल तक पहुँचने में मदद मिलेगी, भीड़ कम होगी और लिफ्ट का संचालन अधिक प्रभावी होगा।
कई आगंतुकों ने शिकायत की है कि बार-बार रुकावट के कारण वे जरूरी बैठकों या अधिकारियों से मिलने में देर से पहुँचते हैं। वरिष्ठ नागरिकों और महिला आगंतुकों के लिए यह स्थिति और असुविधाजनक हो जाती है।
प्रशासन से अपेक्षा
लोगों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि लिफ्ट संचालन की समस्या पर गंभीरता से विचार किया जाए। विशेषज्ञों की मदद से लिफ्ट कंट्रोल सिस्टम में सुधार लाया जाए और छोटी दूरी के लिए सीढ़ियों के उपयोग को भी प्रोत्साहित किया जाए।
यदि सुधार किए जाते हैं, तो इससे पुलिस भवन में काम करने वाले कर्मचारी और आगंतुकों सभी को राहत मिलेगी, साथ ही समय, ऊर्जा और संसाधनों की भी बचत सुनिश्चित होगी।