नितिन गडकरी : एक दूरदर्शी नेता, भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर के शिल्पकार
27 मई 2025 को नितिन जयराम गडकरीजी का 68वाँ जन्मदिन है। यह अवसर हमें उनके जीवन, कार्य, और उस असाधारण योगदान को याद करने का मौका देता है, जिन्होंने भारत की संचार, परिवहन और बुनियादी ढांचे की तस्वीर ही बदल दी है। दृढ़ संकल्प, नवाचार और पारदर्शिता से परिपूर्ण गडकरी जी आज भारत के सबसे प्रभावशाली और सम्मानित नेताओं में से एक माने जाते हैं।
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प्रारंभिक जीवन और राजनीतिक यात्रा
नितिन गडकरी का जन्म 27 मई 1957 को महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हुआ। शुरू से ही उन्होंने सामाजिक सेवा की भावना को आत्मसात किया। युवावस्था में ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड गए और संगठनात्मक कार्यों में रुचि लेने लगे।
उन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक और कानून में डिग्री प्राप्त की। छात्र राजनीति से लेकर राष्ट्रीय राजनीति तक की उनकी यात्रा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से शुरू हुई। महाराष्ट्र विधान परिषद में वे कई वर्षों तक सदस्य रहे, और 1995-99 में वे महाराष्ट्र के लोक निर्माण मंत्री बने। यहीं से उन्होंने सड़क विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी पहल की नींव रखी।
गडकरी को एक सक्षम प्रशासक के रूप में पहचान तब मिली जब उन्होंने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे और 55 फ्लाईओवर की परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा किया। उनकी इस उपलब्धि को महाराष्ट्र की सबसे बड़ी विकास गाथा कहा गया।

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भारतीय अवसंरचना के नायक
नितिन गडकरी को 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय सौंपा गया। उन्होंने इस विभाग में ऐसी योजनाओं को गति दी, जिनसे भारत की सड़कें विश्व स्तरीय बनने लगीं। उनके कुछ प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं:
राष्ट्रीय राजमार्गों का तीव्र विकास:
गडकरी जी के कार्यकाल में राजमार्ग निर्माण की गति 3 किमी/प्रतिदिन से बढ़कर 30-40 किमी/प्रतिदिन तक पहुंच गई। 2014 से अब तक 90,000 किमी से अधिक नई सड़कें बनाई जा चुकी हैं। यह परिवर्तन भारत में लॉजिस्टिक्स, यातायात, व्यापार और ग्रामीण कनेक्टिविटी के क्षेत्र में क्रांति साबित हुआ।
भारतमाला परियोजना:
यह एक मेगा योजना है, जिसका उद्देश्य देश के प्रत्येक कोने को आधुनिक राजमार्गों से जोड़ना है। इससे माल और यात्री परिवहन की गति और सुविधा में भारी सुधार आया है। इस परियोजना के तहत लगभग 83,000 किलोमीटर राजमार्ग निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।
ग्रीन तकनीकों का प्रयोग
गडकरीजी ने प्लास्टिक कचरा, सीमेंट, रबर और फ्लाई ऐश जैसे अपशिष्टों को सड़क निर्माण में प्रयोग करने को बढ़ावा दिया। यह पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ लागत में भी कमी लाता है। साथ ही, उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दिया।
पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल
उन्होंने Build-Operate-Transfer (BOT) मॉडल के जरिए निजी निवेश को बुनियादी ढांचे में आकर्षित किया, जिससे सरकारी व्यय पर बोझ कम हुआ और परियोजनाओं को समयबद्ध पूरा किया जा सका। उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को कॉर्पोरेट्स के लिए एक विश्वसनीय निवेश का साधन बनाया।
जल परिवहन और बंदरगाह विकास
गडकरी जी ने जल परिवहन को भी नया जीवन दिया। उन्होंने इनलैंड वॉटरवे डिवेलपमेंट को प्राथमिकता दी जिससे जलमार्ग से सस्ता और टिकाऊ माल परिवहन संभव हुआ। गंगा और ब्रह्मपुत्र जैसी नदियों पर जलमार्गों का विकास एक बड़ी उपलब्धि है।
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शहरी और ग्रामीण भारत के बीच पुल
गडकरी जी का एक और बड़ा योगदान है कि उन्होंने केवल मेट्रो शहरों को ही नहीं, बल्कि गांवों और पिछड़े क्षेत्रों को भी मुख्यधारा के विकास से जोड़ा। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को नए दृष्टिकोण से लागू करते हुए, उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर सड़कों का निर्माण सुनिश्चित किया। इससे कृषि उत्पादों की बाज़ार तक पहुंच, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार तक ग्रामीण लोगों की पहुँच सुगम हुई।
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नितिन गडकरीजी का व्यक्तित्व पारंपरिक राजनीति से हटकर है। वे “काम बोलता है” में विश्वास रखते हैं। उनकी छवि एक ईमानदार, स्पष्टवादी और परिणाम-उन्मुख नेता की है। वे कहते हैं – “मुझमें राजनीतिक चातुर्य नहीं है, मैं सिर्फ विकास और देशहित में विश्वास करता हूँ।”
उनकी वाणी सुलझी हुई होती है, परंतु जब किसी विषय पर निर्णय लेना होता है, तो वे निर्भीकता से आगे बढ़ते हैं। विकासवादी सोच, आत्मनिर्भर भारत का समर्थन, और स्थानीय संसाधनों के उपयोग पर उनका विशेष बल रहा है। वे हर बैठक में समय की पाबंदी और पारदर्शिता को सबसे ऊपर मानते हैं।
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हरित ऊर्जा और भविष्य की सोच
नितिन गडकरी भारत को ग्रीन हाइड्रोजन, इथेनॉल, बायोफ्यूल और फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों में वैश्विक अगुआ बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। वे कहते हैं कि भारत को “ग्रीन इनोवेशन का हब” बनाना चाहिए। उनका यह दृष्टिकोण न केवल पर्यावरण को बचाने वाला है, बल्कि देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की नींव भी रखता है।
उन्होंने बायो-सीएनजी और इथेनॉल को पेट्रोल-डीजल के विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया और किसानों को इन योजनाओं में भागीदार बनाया। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई जान मिली।
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राजनीति से परे एक समाजसेवक
नितिन गडकरी राजनीति से बाहर भी सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। अपंग कल्याण संघ, संगठनात्मक शिक्षा संस्थाएं, और गांवों के उत्थान के लिए योजनाएं उनका जुनून हैं। वे हजारों बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ चुके हैं। नागपुर में उनके द्वारा स्थापित अनाथालय, शिक्षण संस्थाएं और मेडिकल सुविधा केंद्र आज भी हजारों लोगों की सेवा कर रहे हैं।

नितिन गडकरी का नागपुर विकास में योगदान
नितिन गडकरी जी ने नागपुर शहर के सर्वांगीण विकास में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने न केवल अधोसंरचना विकास, जैसे सड़कों, फ्लायओवर, मेट्रो प्रोजेक्ट और रिंग रोड निर्माण पर जोर दिया है, बल्कि शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए भी अनेक योजनाएं लागू की हैं। उनके मार्गदर्शन में नागपुर देश के पहले ग्रीन और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट हब के रूप में उभरा है।
विकलांगों और स्वास्थ्य सेवा में योगदान
नितिन गडकरी हमेशा से ही समाज के दुर्बल घटक, विशेषतः दिव्यांगजनों के प्रति संवेदनशील रहे हैं। उन्होंने नागपुर में विशेष मेडिकल कैंप, कृत्रिम अंग वितरण शिबिर, व्हीलचेयर और ट्रायसायकल वितरण जैसे अनेक उपक्रमों के माध्यम से हजारों दिव्यांगजनों को सहायता प्रदान की है। इसके साथ ही नागपुर में आधुनिक सुविधाओं से युक्त अस्पताल, कैंसर संस्थान और AIIMS जैसे बड़े प्रकल्पों की स्थापना में भी उनका विशेष योगदान रहा है।
खासदार सांस्कृतिक महोत्सव
“खासदार सांस्कृतिक महोत्सव” नितिन गडकरी की एक विशेष पहल है, जो नागपुर के सांस्कृतिक जीवन को समृद्ध करने का कार्य कर रहा है। इस महोत्सव के माध्यम से देशभर के ख्यातनाम कलाकारों को मंच मिलता है और नागरिकों को निःशुल्क सांस्कृतिक अनुभव का अवसर प्राप्त होता है। नृत्य, संगीत, नाटक, कवि सम्मेलन जैसे विविध रंगों से यह महोत्सव हर वर्ष नागपुर को जीवंत बनाता है।
खासदार क्रीड़ा महोत्सव
“खासदार क्रीड़ा महोत्सव” खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में एक अनूठा उपक्रम है, जिसमें हर आयु वर्ग के नागरिकों को सहभागिता का अवसर मिलता है। इसमें 40 से अधिक खेल स्पर्धाएं होती हैं – फुटबॉल, कबड्डी, ताइक्वांडो, स्वीमिंग आदि।
यह महोत्सव नागपुर के युवाओं में खेल भावना और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाता है।
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