NEET UG 2025: नागपुर के शाश्वत कुत्तरमारे ने प्राप्त की AIR 897; आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) के 55 अन्य छात्र भी टॉप रैंकर्स में शामिल
आधुनिक शिक्षण तकनीकों, समर्पित मार्गदर्शन और समग्र विकास पर जोर ने बनाया सफलता का मार्ग
नागपुर, 16 जून 2025: भारत की सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG 2025 के घोषित परिणामों ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि समर्पण, सही मार्गदर्शन और सकारात्मक शिक्षण वातावरण के साथ कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं होता। नागपुर के शाश्वत कुत्तरमारे ने इस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 897 प्राप्त कर शहर और अपने कोचिंग संस्थान आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) को गौरवान्वित किया है। उनके साथ-साथ AESL नागपुर ब्रांच के अन्य 55 छात्रों ने भी टॉप रैंकर्स में स्थान बनाकर संस्था की उत्कृष्टता को साबित किया है।
सफलता की चमक: रैंक से परे एक उपलब्धि
शाश्वत के साथ-साथ अन्य होनहार छात्रों — समीद मोहम्मद साजिद (AIR 1514), अनुभव सुधीर सिंह (AIR 2609), मृणाल जाधव (AIR 2936), आयुष गजबिए (AIR 3274), अथर्व देव सिंह (AIR 4175), अनीश डागर (AIR 4786), श्रेयस जाधव (AIR 6213), ध्रुव गवांडे (AIR 6443), नैन्सी प्रसाद (AIR 6503), और जिया अमरानी (AIR 7010) — ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। इन सभी ने AESL के क्लासरूम प्रोग्राम के माध्यम से NEET जैसी अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सफलता प्राप्त की।
आधुनिक और प्रगतिशील शिक्षण तकनीकें
आकाश की शिक्षण प्रणाली सिर्फ सिलेबस की पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह छात्र की सोचने-समझने की क्षमता को बढ़ावा देती है। संस्थान का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-सहायित लर्निंग मॉड्यूल, टॉपिक-वाइज माइक्रो टेस्टिंग, वीडियो-एनालिटिक्स बेस्ड परफॉर्मेंस ट्रैकिंग, और कंसेप्ट-बेस्ड लर्निंग जैसे उपकरण छात्रों को विषय की गहराई तक ले जाते हैं।
आकाश के शिक्षक न केवल विषय विशेषज्ञ होते हैं, बल्कि वे छात्र मनोविज्ञान को समझते हुए पढ़ाने में भी दक्ष होते हैं। डाउट-क्लियरिंग सेशन्स, वन-ऑन-वन मेंटरिंग, और टाइम मैनेजमेंट ट्रेनिंग जैसी सुविधाएं छात्रों की तैयारी को प्रभावी और संतुलित बनाती हैं।
तनावमुक्त शिक्षा का वातावरण
NEET जैसी परीक्षा की तैयारी अक्सर छात्रों पर मानसिक दबाव डाल सकती है, लेकिन AESL इस चुनौती को गंभीरता से लेते हुए साप्ताहिक काउंसलिंग सेशन्स, योग व ध्यान अभ्यास, और मोटिवेशनल टॉक्स जैसी गतिविधियों के माध्यम से छात्रों की मानसिक सेहत का भी ध्यान रखता है। विद्यार्थियों को यह सिखाया जाता है कि वे तनाव को सकारात्मक ऊर्जा में बदल सकें।
माता-पिता के लिए भी मार्गदर्शन
आकाश की एक और खास विशेषता है कि वह केवल छात्र की नहीं, बल्कि माता-पिता की भी भूमिका को समझता है। पैरेंट-टीचर इंटरैक्शन मीटिंग्स और काउंसलिंग सेशन्स के माध्यम से अभिभावकों को भी उनके बच्चों की शैक्षणिक प्रगति, मानसिक स्थिति और आगे की योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है। यह समग्र त्रिकोणीय सहयोग प्रणाली (विद्यार्थी-शिक्षक-अभिभावक) छात्रों की सफलता को सुनिश्चित करती है।
सुविधायुक्त परिसर और उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर
AESL नागपुर सेंटर में छात्रों के लिए पूर्णतः वातानुकूलित (एयर-कंडीशंड) कक्षाएं, डिजिटल स्मार्ट बोर्ड, इंटरएक्टिव लर्निंग सिस्टम, और शांत व सुव्यवस्थित अध्ययन कक्ष उपलब्ध हैं। यह भौतिक वातावरण छात्रों के अध्ययन में मनोयोग और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
शाश्वत का अनुभव
शाश्वत ने साझा किया, “मैं आकाश का अत्यंत आभारी हूँ, जिन्होंने इस संपूर्ण यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया। सुव्यवस्थित पाठ्यक्रम, विशेषज्ञ शिक्षण और व्यक्तिगत मेंटरिंग ने मुझे जटिल विषयों को कम समय में समझने में सहायता की। AESL के बिना यह सफलता संभव नहीं होती।”
संस्थान की प्रतिक्रिया
AESL के चीफ एकेडमिक और बिज़नेस हेड डॉ. एच. आर. राव ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “हमारे छात्रों ने जिस तरह NEET UG 2025 में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, वह न केवल उनकी मेहनत और लगन का परिणाम है, बल्कि हमारे शिक्षकों की प्रतिबद्धता और प्रणाली की प्रगति का भी प्रमाण है। हम उन्हें उनके उज्जवल मेडिकल करियर के लिए शुभकामनाएं देते हैं और आकाश परिवार की ओर से हर मोड़ पर उनका समर्थन करने का आश्वासन देते हैं।”
उज्ज्वल भविष्य की ओर
AESL नागपुर शाखा की यह सफलता न केवल संस्थान की गुणवत्ता को दर्शाती है, बल्कि आने वाले पीढ़ी के छात्रों को भी यह संदेश देती है कि सही मार्गदर्शन, अनुशासन और समर्पण के साथ कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती।