नागपुर में साइबर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: फर्जी शालार्थ आईडी घोटाले में 25 लाख की ठगी, तीन सहायक शिक्षक-शिक्षिकाएं गिरफ्तार
नागपुर, 1 अगस्त 2025:
शिक्षा विभाग में फर्जी शालार्थ आईडी बनवाकर सरकारी खजाने से लाखों रुपये हड़पने के सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश हुआ है। नागपुर साइबर पुलिस ने इस घोटाले में शामिल तीन सहायक शिक्षक-शिक्षिकाओं को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन लोगों ने फर्जी नियुक्ति के माध्यम से नियमित वेतन लेकर सरकार को लगभग 25 लाख रुपये से अधिक का चूना लगाया।
फिर्यादी रविंद्र ज्ञानेश्वर पाटील, कनिष्ठ प्रशासन अधिकारी, विभागीय शिक्षा उपसंचालक कार्यालय, नागपुर की शिकायत पर अपराध क्र. 24/2025 के तहत भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। इस प्रकरण की जांच विशेष जांच दल (SIT) द्वारा की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी
31 जुलाई को गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं –
🔹 सतीश विजय पवार (34) – सहायक शिक्षक, मानेवाड़ा, नागपुर
🔹 प्रज्ञा वीरेन्द्र मुले (38) – सहायक शिक्षिका, सूर्योडय नगर, नागपुर
🔹 भूमिका सोपन नखाते (39) – सहायक शिक्षिका, दिघोरी, नागपुर
ये तीनों आरोपी फर्जी शालार्थ आईडी के जरिए नियुक्त हुए थे और अगस्त 2023 से वेतन प्राप्त कर रहे थे। न्यायालय में पेशी के बाद उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
पहले भी कई गिरफ्तारियां
इस मामले में अब तक कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पूर्व में गिरफ्तार सिद्धेश्वर श्रीराम कालूसे (50) और रोहिणी विठोबा कुंभार (49) को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। पुलिस ने उनके खिलाफ जिला एवं सत्र न्यायाधीश, नागपुर के समक्ष पुनरीक्षण याचिका दायर की है।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बळीराम सुतार के मार्गदर्शन में जांच जारी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में इस घोटाले में और बड़े नामों के खुलासे की संभावना है।
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