🔴 अनिल अंबानी 17,000 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड मामले में ईडी कार्यालय पहुंचे पूछताछ के लिए
नई दिल्ली, 5 अगस्त 2025: रिलायंस एडीए ग्रुप (RAAGA) के चेयरमैन अनिल अंबानी मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश हुए। यह पूछताछ 17,000 करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले से जुड़ी है जिसमें रिलायंस समूह की कई कंपनियों की संदिग्ध भूमिका की जांच की जा रही है।
🔎 मामला क्या है?
ईडी ने 1 अगस्त को समन जारी किया था, जिसके बाद अंबानी आज ईडी मुख्यालय पहुंचे।
इससे पहले 24 से 26 जुलाई तक देशभर में 35 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी जिसमें 50 कंपनियों और 25 व्यक्तियों के दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए गए।
ईडी ने अनिल अंबानी के विदेश जाने पर रोक लगाने के लिए लुकआउट सर्कुलर (LOC) भी जारी किया है।
💰 आरोपों की मुख्य बातें
1. बैंक लोन घोटाला:
रिलायंस कम्युनिकेशन्स समेत समूह की कंपनियों ने 2017–2019 के बीच YES बैंक से लगभग ₹3,000 करोड़ के लोन लिए।
₹14,000 करोड़ के डिफॉल्ट की आशंका और अन्य बैंकों से मिली लोन राशि मिलाकर कुल घोटाले की राशि ₹17,000 करोड़ तक पहुंच रही है।
2. फंड डायवर्शन (धन का दुरुपयोग):
SEBI की रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने ₹10,000 करोड़ CLE प्रा. लि. नामक कंपनी के माध्यम से अवैध तरीके से ट्रांसफर किए।
इसे इंटर-कॉर्पोरेट डिपॉजिट्स (ICDs) के नाम पर दिखाया गया था।
3. फर्जी बैंक गारंटी:
रिलायंस समूह की दो कंपनियों ने Solar Energy Corporation of India (SECI) के लिए ₹68.2 करोड़ की फर्जी गारंटी पेश की थी।
👨💼 और कौन-कौन जांच के घेरे में?
ईडी ने रिलायंस समूह के वरिष्ठ अधिकारियों को भी तलब किया है, जिनमें अमिताभ झुनझुनवाला और सतीश सेठ जैसे नाम शामिल हैं।
देश के 39 बैंकों को भी नोटिस भेजे गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि इतनी बड़ी लोन राशि कैसे अप्रूव हुई और उसका दुरुपयोग कैसे हुआ।
📉 बाजार पर असर
इस खबर के बाद रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई।
बीते 5 दिनों में दोनों कंपनियों के शेयरों में 10–15% की गिरावट दर्ज की गई है।
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