रक्सौल में मानव तस्करी की कोशिश नाकाम
नेपाल की चार नाबालिग लड़कियां सत्याग्रह एक्सप्रेस से बरामद, तस्कर गिरफ्तार
ऑपरेशन AAHT के तहत आरपीएफ ने रची सफलता की नई कहानी
दिल्ली | 16 मई 2025
रक्सौल रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए मानव तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया। ऑपरेशन AAHT (एक्शन अगेंस्ट ह्यूमन ट्रैफिकिंग) के तहत की गई इस संयुक्त कार्रवाई में नेपाल की चार नाबालिग लड़कियों को बचाया गया है।
यह कार्रवाई 13 मई की सुबह सत्याग्रह एक्सप्रेस (15273 रक्सौल–आनंद विहार) में की गई। आरपीएफ को समय रहते खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर जीआरपी रक्सौल, एसएसबी की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, रेलवे चाइल्डलाइन-रक्सौल और ‘प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर’ एनजीओ के सहयोग से तलाशी अभियान चलाया गया।
13 से 17 वर्ष की आयु की लड़कियों को तस्कर द्वारा नौकरी और परिजन की खोज का झांसा देकर भारत लाया गया था। प्रारंभिक पूछताछ में यह भी सामने आया है कि लड़कियों के परिजनों को उनके भारत आने की कोई जानकारी नहीं थी। यह तस्करों द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में इस्तेमाल की जाने वाली आम रणनीति मानी जाती है।
संयुक्त टीम की सतर्कता से तस्कर को ट्रेन से ही गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS), किशोर न्याय अधिनियम और बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम, 1986 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। लड़कियों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है, जहां उनकी काउंसलिंग और पुनर्वास की प्रक्रिया जारी है।
इस मौके पर आरपीएफ महानिदेशक श्री मनोज यादव ने कहा, “यह घटना समाज के सामने मानव तस्करी के छिपे हुए खतरे को उजागर करती है। आरपीएफ की सजगता और आम नागरिकों की सतर्कता से ही ऐसे अपराधों को रोका जा सकता है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत हेल्पलाइन 139 पर दें।”
गौरतलब है कि वर्ष 2024–25 में आरपीएफ ने ऑपरेशन AAHT के अंतर्गत अब तक 929 पीड़ितों को बचाया है, जिनमें 874 बच्चे (50 लड़कियां और 824 लड़के) शामिल हैं। इस दौरान 274 तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है।
आरपीएफ ने देशभर में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स (AHTUs) की स्थापना की है और राष्ट्रीय महिला आयोग के साथ मिलकर समन्वित प्रयासों को और भी मजबूत किया है।
रेलवे में सफर करने वाले लाखों यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ अब बच्चों की रक्षा भी आरपीएफ की प्राथमिकता बन गई है।