नागपुर में पहली बार सुई-रहित टीकाकरण, बच्चे को दिया गया दर्दरहित इंजेक्शन
नागपुर, 26 जुलाई 2025 – चिकित्सा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए नागपुर के नंदिता हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, प्रशांत नगर, अजनी में शनिवार को सुई-रहित टीकाकरण तकनीक का सफल प्रदर्शन किया गया। डॉ. अविनाश गावंडे की अगुवाई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बच्चे को बिना सुई के इंजेक्शन देकर टीका लगाया गया।
इस मौके पर डॉ. गावंडे ने बताया कि यह अत्याधुनिक तकनीक बच्चों के लिए वरदान साबित होगी, क्योंकि इससे न केवल टीकाकरण का दर्द और सुई का डर खत्म होगा, बल्कि संक्रमण का खतरा भी काफी हद तक कम होगा।
✅ सुई-रहित इंजेक्शन प्रणाली के लाभ
दर्दरहित टीकाकरण – बच्चों और वयस्कों में सुई के डर को समाप्त करता है।
संक्रमण का कम जोखिम – सुई से जुड़ी चोटों और संक्रमण की संभावना घटती है।
तेज और सरल प्रक्रिया – बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियानों में बेहद उपयोगी।
बच्चों के लिए विशेष लाभकारी – सकारात्मक और सहज अनुभव प्रदान करता है।
💉 किन इंजेक्शनों में होगा उपयोग?
टीकाकरण (खसरा, पोलियो, इन्फ्लूएंजा आदि)
इंसुलिन और हार्मोन थेरेपी जैसी सबक्यूटेनियस दवाएं
कुछ प्रकार की इंट्राडर्मल दवाएं
⚠️ किन इंजेक्शनों के लिए उपयुक्त नहीं?
इंट्रावीनस (सीधे नस में दिए जाने वाले) इंजेक्शन
बड़ी मात्रा में तरल दवाएं या एंटीबायोटिक्स
आपातकालीन दवाएं, जिन्हें तुरंत नस में पहुंचाना जरूरी होता है
डॉ.अविनाश गावंडे ने कहा कि यह तकनीक भविष्य में टीकाकरण अभियानों को तेज, सुरक्षित और सहज बनाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में यह नवाचार स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव साबित होगा।
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