Ganesh Chaturthi 2025: घर पधारेंगे गणपति बप्पा, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और गणेश जी की अलग-अलग मुद्राओं का महत्व

Khozmaster
2 Min Read

 गणेश चतुर्थी 2025: घर पधारेंगे गणपति बप्पा

जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और गणेश जी की अलग-अलग मुद्राओं का महत्व

📅 गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि

गणपति उत्सव की शुरुआत 27 अगस्त 2025 से होगी और समापन 6 सितंबर 2025 (अनंत चतुर्दशी) को होगा।
दस दिनों तक चलने वाला यह उत्सव खासकर महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है।

🌅 शुभ मुहूर्त

  • भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि: 26 अगस्त दोपहर 1:53 बजे से 27 अगस्त दोपहर 3:43 बजे तक
  • उदया तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाई जाएगी।
  • गणेश स्थापना का अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक

🙏 पूजा विधि

  1. सुबह स्नान करके पूजा स्थल की साफ-सफाई करें।
  2. ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर गणपति विराजमान करें।
  3. रोजाना विधिवत पूजा-अर्चना और भोग लगाएं।
  4. अंतिम दिन श्रद्धा से विसर्जन करें।

🍬 गणेश जी के प्रिय भोग

  • लड्डू – विशेषकर बेसन और बूंदी के
  • मोदक – गणपति का सर्वाधिक प्रिय मिष्ठान

✨ गणेश चतुर्थी का महत्व

गणेश जी की पूजा से घर में सुख-समृद्धि, सफलता और शांति आती है।
विघ्न दूर होते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

🕉️ गणेश जी की विभिन्न मुद्राओं का रहस्य

  • बाईं सूंड वाले गणपति → शांति, सुख और समृद्धि
  • दाईं सूंड वाले गणपति → आर्थिक मजबूती और बाधाओं से मुक्ति
  • सीधी सूंड वाले गणपति → आध्यात्मिक ऊर्जा और संतुलन
  • बैठे हुए गणपति → घर में शांति और इच्छापूर्ति
  • नृत्य मुद्रा वाले गणपति → कला, संगीत और आनंद
  • लेटे हुए गणपति → व्यवसाय में उन्नति और धन-समृद्धि
  • चूहे पर खड़े गणपति (गणराज) → साहस, जिम्मेदारी और सफलता

✨ इस गणेश चतुर्थी पर बप्पा को घर लाकर विधिवत पूजन करने से हर कष्ट दूर होंगे और परिवार में सुख-शांति का आगमन होगा।

0 8 9 4 5 2
Users Today : 18
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *