नागपुर में नेत्रदान पर विशेष चर्चा

Khozmaster
3 Min Read

नागपुर में नेत्रदान पर विशेष चर्चा

रोशनी फाउंडेशन की पहल से जनजागृति अभियान

नागपुर :
रोशनी फाउंडेशन, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स नागपुर और सेवानिवृत्त अभियंता मित्र मंडल के संयुक्त तत्वावधान में 40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े (25 अगस्त – 7 सितंबर) के अवसर पर नेत्रदान के महत्व और जागरूकता विषय पर विशेष चर्चा सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उत्तर अंबाझरी रोड स्थित इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स के सभागृह में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर नागपुर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और आई बैंकों के प्रख्यात नेत्र विशेषज्ञ पहली बार एक ही मंच पर उपस्थित हुए। प्रमुख उपस्थित विशेषज्ञों में –

  • डॉ. नंदकिशोर राऊत (शासकीय मेडिकल कॉलेज नागपुर)

  • डॉ. अविनाश चंद्र अग्निहोत्री (माधव नेत्रालय)

  • डॉ. पूजा बंग (AIIMS नागपुर)

  • डॉ. रेखा खंडेलवाल (लता मंगेशकर अस्पताल)

  • डॉ. राहुल डगवार (इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, मेयो)

  • डॉ. निखिलेश वैरागड़े (महात्मे आई बैंक)

  • डॉ. प्रभात नांगिया (सूरज आई इंस्टिट्यूट)
    इसके अलावा सामाजिक क्षेत्र से राजेंद्र जैन, संदीप शिरखेडकर, महेश शुक्ला और विलास अलकरी भी चर्चासत्र में शामिल हुए।

इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. विकास महात्मे का विशेष संदेश भी प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि “दान हर धर्म में सर्वोपरि माना गया है। यदि नेत्रदान को धार्मिक और सामाजिक मंचों से जोड़ा जाए तो यह एक जनआंदोलन का रूप ले सकता है। लेकिन जनजागृति की कमी के कारण लोगों का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाता।”

चर्चा के मुख्य बिंदु :

  • नेत्रदान को लेकर समाज में अभी भी कई भ्रांतियां मौजूद हैं; इन्हें दूर करने की आवश्यकता।

  • ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्रदान का प्रतिशत शहरों की तुलना में अधिक है।

  • नेत्रदान आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित कार्यकर्ताओं की आवश्यकता।

  • स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं और शासकीय अस्पतालों के समन्वय से जनजागृति अभियान अधिक प्रभावी हो सकता है।

डॉ. रेखा खंडेलवाल ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि नागपुर के सभी मेडिकल कॉलेज और आई बैंकों के प्रतिनिधि पहली बार एक साथ मंच पर उपस्थित हुए।

प्रास्ताविक राजेंद्र जैन ने किया, संचालन नेहा मिश्रा ने तथा आभार प्रदर्शन सुनंदा लक्षणे ने किया।
कार्यक्रम की सफलता में विलास अलकरी, सुरेश गंधेवार, गजानन पाटिल, यादव लक्षणे, सुरेश अगळे, सुभाष नाफड़े, अनिल इंदाने, निशा मानकर, मालती वनकर, अलका पाटिल, रजनी जैन, विद्या अगळे सहित कई सदस्यों का विशेष योगदान रहा।

0 8 9 4 6 6
Users Today : 32
TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *