⚡📰 महावितरण में ग्राहक सेवा कार्यालयों की पुनर्रचना की शुरुआत, ग्राहकों को मिलेगी तेज़ व बेहतर सेवा 😊
📍 मुंबई, 30 सितम्बर 2025: राज्य सरकार की ऊर्जा कंपनी महावितरण ने ग्राहकों को अधिक बेहतर और सुगम सेवा देने के लिए उपविभाग और शाखा कार्यालयों की पुनर्रचना शुरू की है। यह नई व्यवस्था 1 अक्टूबर से प्रायोगिक तौर पर लागू की जा रही है। एक महीने के परीक्षण के बाद इसे 1 नवम्बर से स्थायी रूप से लागू किया जाएगा।
👉 इस पुनर्रचना के अंतर्गत
🏢 103 नए कार्यालयों की स्थापना
👷♂️ 876 नए पदों का सृजन किया गया है।
✅ मौजूदा पदों में किसी तरह की कटौती नहीं होगी और कर्मचारियों के आरक्षण पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा।
🔹 कर्मचारियों का कार्य विभाजन 👨💻
पहले अभियंता और तकनीकी कर्मचारियों को एक साथ 10-12 प्रकार के काम संभालने पड़ते थे। अब पुनर्रचना के बाद कार्य दो हिस्सों में बाँटे जाएंगे –
1️⃣ देखभाल व मरम्मत उपविभाग 🔧 – बिजली आपूर्ति सुचारू रखना, यंत्रणा की मरम्मत, नई यंत्रणा की स्थापना, तकनीकी खराबी दूर करना।
2️⃣ राजस्व व बिलिंग उपविभाग 💡 – नई बिजली कनेक्शन देना, सटीक बिलिंग करना, बिल संबंधी शिकायतों का समाधान, बकाया वसूली।
🔹 ग्राहकों और कर्मचारियों को लाभ 😊🤝
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कर्मचारियों पर कार्यभार कम होगा और कामकाज अधिक व्यवस्थित होगा।
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ग्राहकों को तेज़ ⚡, सटीक 📑 और गुणवत्तापूर्ण ⭐ सेवा मिलेगी।
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शहरी 🏙️ और ग्रामीण 🌾 दोनों क्षेत्रों में ग्राहक संख्या के हिसाब से कर्मचारियों की नियुक्ति होगी।
🔹 कहाँ लागू नहीं होगी नई व्यवस्था 🚫
ग्राहक संख्या कम होने के कारण
📍 नंदुरबार, वाशीम, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, गडचिरोली और गोंदिया जिलों को इस पुनर्रचना से बाहर रखा गया है।
🌊 वहीं, बाढ़ग्रस्त बीड, नांदेड, धाराशिव और सोलापुर जिलों में नई व्यवस्था बाढ़ प्रभावित बिजली तंत्र के दुरुस्त होने के बाद लागू होगी।
⚡🔋 महावितरण का दावा है कि इस कदम से कर्मचारियों की कार्यक्षमता बढ़ेगी और उपभोक्ताओं को अधिक तत्पर और बेहतर बिजली सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। 🌟
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