परिवर्तनकारी व्यक्तित्वों का इतिहास याद रखें : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
अनसूयाबाई काळे स्मृति सदन और वर्किंग वूमन–गर्ल्स हॉस्टेल के नवीनीकृत भवन का उद्घाटन

नागपुर, 15 नवम्बर – मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि समाज तब संकट में पड़ता है जब वह अपने परिवर्तनकारी व्यक्तित्वों का इतिहास भूल जाता है। “इतिहास भूलने का परिणाम देश ने गुलामी के रूप में सहा है। इसलिए परिवर्तन का मार्ग दिखाने वाले व्यक्तित्वों का इतिहास हमेशा याद रखा जाना चाहिए,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री फडणवीस अनसूयाबाई काळे स्मृति सदन और वर्किंग वूमन एंड गर्ल्स हॉस्टेल के नवीनीकरण के बाद आयोजित उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर ऐम्परसैंड समूह के संस्थापक एवं अध्यक्ष रुस्तम केरावाला मुख्य अतिथि थे।

महिला अधिकारों की सशक्त आवाज थीं अनसूयाबाई काळे
मुख्यमंत्री ने कहा कि जातिगत भेदभाव के विरोध में विधायक पद से त्यागपत्र देने का साहस अनसूयाबाई काळे की दृढ़ता और सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत की पहली संसद में नागपुर का प्रतिनिधित्व करते हुए अनसूयाबाई काळे ने महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक अधिकारों की बुलंद आवाज उठाई।
फडणवीस ने कहा, “अनसूयाबाई काळे के विचार, उनका लेखन और प्रगतिशील दृष्टि समाज सुधार की मिसाल है। नागपुर ने कई महान व्यक्तित्व देखे हैं, उनमें अनसूयाबाई काळे का स्थान विशेष है।”
कार्यक्रम में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के प्रारंभ में काळे फाउंडेशन ट्रस्ट के ट्रस्टी विलास काळे ने अनसूयाबाई काळे के जीवन और योगदान पर प्रकाश डाला। मंच पर एआईडब्ल्यूसी की पूर्व अध्यक्ष शीला काकडे, पूर्व विदर्भ महिला परिषद की अध्यक्ष नीलीमा शुक्ला, और सचिव नीला कर्णिक उपस्थित थीं। संचालन सरिता कौशिक ने किया और आभार अनसूया काळे–छाबरानी ने व्यक्त किया।
भवन से जुड़ी मुख्यमंत्री की यादें
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि वे बचपन से इस इमारत को देखते आए हैं और नाटक की प्रैक्टिस के लिए कई बार यहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि भवन की स्थिति खराब होने पर उसके नवीनीकरण का प्रस्ताव आते ही उसे तुरंत मंजूरी दी गई।

Users Today : 18